नई दिल्ली, 21 अगस्त 2025: भारत और चीन के बीच लंबे समय से चले आ रहे तनाव और व्यापारिक रुकावटों के बीच एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक सफलता हासिल हुई है।
दोनों देशों ने उच्च-स्तरीय वार्ता के बाद सीमा पर व्यापारिक गतिविधियों को फिर से शुरू करने, सीधी हवाई सेवाओं (डायरेक्ट फ्लाइट्स) को पुनः बहाल करने तथा तकनीकी और आर्थिक
सहयोग को बढ़ावा देने पर सहमति व्यक्त की है। इस समझौते के तहत लिपुलेख पास, नाथू ला और शिपकी ला जैसे पारंपरिक व्यापारिक मार्गों को फिर से खोला जाएगा,
जिससे न केवल द्विपक्षीय व्यापार में तेजी आएगी, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। चीन ने भारत को यूरिया और अन्य आवश्यक खाद पदार्थों की आपूर्ति बढ़ाने का आश्वासन
दिया है, जिससे भारतीय कृषि क्षेत्र को राहत मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है, जो व्यवसाय, पर्यटन, शिक्षा और
सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देगा। इसी के साथ तकनीकी क्षेत्र में भी एक बड़ी प्रगति हुई है, क्योंकि OpenAI, जो Microsoft द्वारा समर्थित विश्व की अग्रणी आर्टिफिशियल
इंटेलिजेंस कंपनी है, ने भारत में अपना पहला कार्यालय नई दिल्ली में खोलने की योजना बनाई है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम भारत को एआई और तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में
अग्रणी बनाएगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। विश्लेषकों के अनुसार, यह समझौता न केवल आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करेगा बल्कि क्षेत्रीय शांति और रणनीतिक संतुलन को भी
मजबूत करेगा। आने वाले महीनों में दोनों देशों के बीच कई उच्च स्तरीय वार्ताएं और व्यापारिक सम्मेलन आयोजित किए जाने की संभावना है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में एक नए युग की शुरुआत होगी।



