IAEA ने ज़ापोरिझिया परमाणु संयंत्र के पास असामान्य गतिविधियों की दी चेतावनी
रूसी कब्जे वाले क्षेत्र में सैकड़ों गोलियों की आवाज़ें, परमाणु सुरक्षा पर मंडराया खतरा
अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) ने एक गंभीर चेतावनी जारी की है, जिसमें Ukraine के ज़ापोरिझिया परमाणु संयंत्र के आसपास असामान्य सैन्य गतिविधियों की पुष्टि की गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस रूसी-नियंत्रित क्षेत्र में सैकड़ों छोटे हथियारों की फायरिंग की गई है। इस घटनाक्रम से दुनिया भर में परमाणु सुरक्षा को लेकर चिंता गहराती जा रही है।

ज़ापोरिझिया परमाणु संयंत्र क्यों है चर्चा में?
ज़ापोरिझिया परमाणु संयंत्र न केवल यूरोप, बल्कि दुनिया का एक प्रमुख और सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र है। यह संयंत्र यूक्रेन में स्थित है, लेकिन 2022 से रूस के कब्जे में है। रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान इस संयंत्र को कई बार युद्ध क्षेत्र में तब्दील होते देखा गया है। अब, ताजा फायरिंग की घटना ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है।
IAEA ने कहा है कि लगातार हो रही गतिविधियाँ संयंत्र की संरचनात्मक सुरक्षा को प्रभावित कर सकती हैं। यदि इस तरह की घटनाएँ जारी रहती हैं, तो एक गंभीर परमाणु दुर्घटना का खतरा बढ़ सकता है।
IAEA की रिपोर्ट में क्या कहा गया?
IAEA प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने स्पष्ट शब्दों में चिंता व्यक्त करते हुए कहा:
“हमने ज़ापोरिझिया संयंत्र के पास सैकड़ों गोलियों की आवाज़ें रिकॉर्ड की हैं। यह स्थिति बेहद खतरनाक है और इससे परमाणु सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।”
उन्होंने सभी पक्षों से संयम बरतने और संयंत्र को “नो वॉर ज़ोन” बनाए रखने की अपील की है। IAEA की टीम लगातार इस क्षेत्र पर नज़र रख रही है और संयंत्र की स्थिति की निगरानी कर रही है।
परमाणु रिसाव का कितना बड़ा खतरा?
संयंत्र के पास भारी गोलाबारी का अर्थ है कि यदि कोई गोली या विस्फोटक संयंत्र के संवेदनशील हिस्से को नुकसान पहुंचाता है, तो रेडिएशन (विकिरण) रिसाव की संभावना बन सकती है। यह न केवल यूक्रेन, बल्कि पड़ोसी देशों पोलैंड, स्लोवाकिया, हंगरी और पूरे यूरोप के लिए भी जानलेवा साबित हो सकता है।
पिछले वर्षों में जापान का फुकुशिमा और यूक्रेन का चेरनोबिल हादसा पहले ही दिखा चुका है कि परमाणु संयंत्रों पर लापरवाही कितनी भयावह हो सकती है।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
संयुक्त राष्ट्र (UN), नाटो (NATO) और यूरोपीय संघ (EU) ने IAEA की चेतावनी को गंभीरता से लिया है। कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने रूस और यूक्रेन से ज़ापोरिझिया संयंत्र के चारों ओर तत्काल संघर्षविराम लागू करने की मांग की है।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा:
“परमाणु संयंत्र युद्धक्षेत्र नहीं होना चाहिए। यह पूरी मानवता के लिए खतरा है।”
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